मनोज राम- संगम तट प्रयागराज महाकुंभ में स्नान का सौभाग्य प्राप्त हुआ

“गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति.

नर्मदे सिन्धु कावेरि जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु..“

महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो हर 12 वर्षों में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर आयोजित होता है. इसे हिंदू धर्म में पवित्रता और मोक्ष का पर्व माना जाता है.

विधानसभा क्षेत्र के भावी विधायक भाजपा प्रत्याशी मनोज कुमार राम जी ने बताया कि आज प्रातः संगम तट प्रयागराज महाकुंभ में स्नान का सौभाग्य प्राप्त हुआ. प्रयागराज महाकुंभ संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाकर मां गंगा,यमुना,सरस्वती सहित नीलकंठ देवाधिदेव महादेव,सूर्य भगवान और संगम तट पर उतरे सभी देवताओं का आराधना किया .

 अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि  यह समय मेरे लिए अविस्मरणीय क्षण है. आज की सुबह मेरे जीवन की सबसे खूबसूरत सुबह रही. मैंने संगम में पवित्र डुबकी लगाई जो अपने आप में एक अलौकिक अनुभव था. उन्होंने कहा कि तीर्थराज प्रयागराज व त्रिवेणी संगम की दिव्यता कुछ ऐसी है कि यहां आकर वापस जाने का मन ही नहीं करता. महाकुंभ 2025 का ऐतिहासिक और सफल आयोजन हेतु माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री सी.एम योगी आदित्यनाथ जी को कोटिश धन्यवाद किया.

गौरतलब है कि यह पर्व देवताओं द्वारा अमृत कलश की रक्षा के लिए किए गए समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा है. पवित्र नदियों में अमृत की बूंदें गिरने के कारण इन नदियों का महत्व बढ़ गया.ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार, इस समय गंगा और अन्य नदियों का जल अमृत तुल्य हो जाता है.

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