मनोज राम-डॉ रुक्माबाई राउत जी की जयंती पर शत्-शत् नमन

रखमाबाई राऊत भारत की प्रथम महिला डाँक्टर थीं। वह एक ऐतिहासिक कानूनी मामले के केंद्र में भी थीं, जिसके परिणामस्वरूप 'एज ऑफ कॉन्सेंट एक्ट, 1891' नामक कानून बना।

 

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